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शेन वॉटसन और डैरेन सैमी ने पाकिस्तान के हेड कोच पद का प्रस्‍ताव ठुकराया, तरसा विदेशी कोच के लिए

नई दिल्‍ली
पाकिस्‍तान क्रिकेट की विदेशी कोच की खोज खत्‍म होने का नाम नहीं ले रही है। ऑस्‍ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर और वेस्‍टइंडीज के पूर्व कप्‍तान डैरेन सैमी ने राष्‍ट्रीय टीम के अगले कोच बनने का प्रस्‍ताव ठुकरा दिया है। सैमी ने पीसीबी को हवाला दिया कि वेस्‍टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के साथ उनका अनुबंध है क्‍योंकि वो सीमित ओवर क्रिकेट में कैरेबियाई टीम के हेड कोच हैं। वॉटसन ने पाकिस्‍तान बोर्ड द्वारा मिले प्रस्‍ताव को ठुकराया और शनिवार रात स्‍वदेश लौट गए। एक सूत्र से जानकारी मिली कि वरिष्‍ठ पीसीबी अधिकारी की वॉटसन के साथ कराची में पीएसएल मैचों के दौरान विस्‍तृत चर्चा हुई और उन्‍हें हेड कोच का पद प्रस्‍तावित किया गया।

वॉटसन ने इस वजह से किया इंकार
सूत्र ने कहा, ''वॉटसन ने शुरुआत में दिलचस्‍पी दिखाई और प्रस्‍ताव स्‍वीकार करने के लिए कुछ आर्थिक व अन्‍य स्थितियां रखी। मगर वॉटसन को बोर्ड का प्रस्‍ताव अच्‍छा नहीं लगा और पूर्व ऑस्‍ट्रेलियाई ऑलराउंडर प्रस्‍तावित पैकेज से खुश नहीं थे, जो पाकिस्‍तानी मीडिया व सोशल मीडिया में लीक भी हुआ। फिर वॉटसन ने विनम्रतापूर्वक प्रस्‍ताव खारिज किया और कहा कि आईपीएल व अमेरिकी लीग में उनके पूर्व अनुबंध है।'' इसके अलावा वो अपने परिवार के साथ सिडनी में समय बिताना चाहते हैं।
 
वॉटसन को मिलने वाली थी इतनी रकम
पीसीबी कथित रूप से वॉटसन को सालाना 2 मिलियन यूएस डॉलर देने को राजी हुआ था। पीसीबी को अब अंतरिम सुविधा पर जाना पड़ेगा। पाकिस्‍तान टीम को 14 अप्रैल से अपने घर में न्‍यूजीलैंड के खिलाफ पांच टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज खेलनी है। इससे पहले राष्‍ट्रीय टीम का ट्रेनिंग कैंप काकुल में 25 मार्च से 8 अप्रैल तक आयोजित होगा। सूत्र ने कहा, "स्‍थानीय कोच की टीम कैंप और न्‍यूजीलैंड सीरीज के लिए अंतरिम रूप से तैयार की जाएगी। पीसीबी चेयरमैन मोहसिन नकवी के पास एकमात्र यही विकल्‍प उपलब्‍ध है। पीएसएल फाइनल के बाद इस पर फैसला लिया जाएगा।"

लंबे समय के लिए चाहिए विदेशी कोच
नकवी ने स्‍पष्‍ट किया कि वो राष्‍ट्रीय टीम के लिए लंबे समय के लिए विदेशी कोच की नियुक्ति करना चाहते हैं, जो वेस्‍टइंडीज और अमेरिका में टी20 वर्ल्‍ड कप व अगले साल चैंपियंस ट्रॉफी में साथ हो। सूत्र ने कहा कि पूर्व पाकिस्‍तानी कप्‍तानी यूनिस खान, मोहम्‍मद युसूफ, इंजमाम उल हक और मोईन खान के नाम पर विचार किया जा सकता है।

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